Friday, April 24, 2020

सत गुरु कौन है ?

♦️सतभक्ति से मोक्ष
मानव जीवन में सतभक्ति नहीं की तो परमात्मा के विधान अनुसार चौरासी में महाकष्ट उठाना पड़ता है। सतभक्ति पूर्ण सन्त ही बताते हैं।
♦️सतभक्ति से रोग नाश
असाध्य बीमारियों का इलाज सतभक्ति से ही संभव है।
इसलिए सतभक्ति अपनाएं, जीवन सफल बनायें।
♦️सतभक्ति से जीवन सुखी
सतभक्ति से इंसान इस जीवन में भी सुखी रहता है व उसको मृत्यु के पश्चात भी सही ठिकाना मिल जाता है।
♦️भक्ति से जीवन उद्धार
भक्ति से इंसान को सही दिशा मिलती है नहीं तो वह पशु के समान रहता है।
♦️भक्ति का महत्व
भक्ति करने से हमारे विचारों में शुद्धता आती है और आत्मा पवित्र बन जाती है।
♦️जन्म मरण के चक्र से छूटने के लिए भक्ति ज़रूरी है।
सच्ची भक्ति अपनाएं, मोक्ष कराएं।

♦️भक्ति क्यों ज़रूरी है?
मोक्ष प्राप्त करने के लिए सच्ची भक्ति ज़रूरी है।
♦️भक्ति से आर्थिक मानसिक और शारीरिक सुख होता है। इसलिए भक्ति करना ज़रूरी है।

♦️सत भक्ति करने से अहंकार से दूर होकर मनुष्य नेक इंसान बन कर सुखी जीवन व्यतीत करता है।

♦️पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर मर्यादा में रहते हुए आजीवन सत भक्ति करने से ही सर्व सुख व पूर्ण मोक्ष मिलता है।

♦️भक्ति करने से आने वाली आपदाएं दूर होती हैं। 

♦️भक्ति करने से हमारे अंदर आत्म संतोष आता है ।






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